Self help hindi,How To Develop A Magnetic Personality,कैसे हासिल करें चुम्बकीय व्यक्तित्व-लोगों को आकर्षित करेने वाली 4 बाते| Developing a magnetic personality - 4 tips in hindi
How To Develop A Magnetic Personality
बहुत से ऐसे लोग है जो बाहरी
वस्तुओ से अपने भीतर चुम्बकीय शक्ति को बनाना चाहते है। इसके लिये वे बहुत से
कास्मेटिक, महंगे कपडे और श्रुंगार का उपयोग करते है, ताकि आकर्षित दिख सके। आपकी
ये आदते कुछ पलो का आकर्षण जरुर निर्माण कर सकती है लेकिन चुम्बकीय व्यक्तित्व
पाने का यह सही हल नही होगा। यहाँ नीचे आपको कुछ उपाय दिए जा रहे है जिसमे बताया
गया है कि आप अपनी प्राकृतिक शक्ति को कैसे लम्बे समय तक बनाये रख सकते हैं और
लोगो को आकर्षित कर सकते हैं।
व्यक्तित्व के हिसाब से यदि
देखा जाये तो इंसान दो तरह के होते है। एक वे होते है जिनके आने से कमरा प्रकाशित
हो जाता है और दुसरे वे लोग होते है जिनके जाने से कमरा प्रकशित हो जाता है। हम
में से हर एक का व्यक्तित्व इमानदार होना चाहिये। और हमें खुद ने यह निर्णय लेना
चाहिये की हम इंसानों की दो श्रेणियों में से किस श्रेणी में आते है?
तो आईए नीचे दिये गये उपायों
को देखते है, जिन्हें अपनाकर आप अपने व्यक्तित्व को आसानी से निखार सकते हैं और
लोगो को अपनी और आकर्षित कर सकते हैं। सफलता प्राप्त करने के लिये इन उपायों पर आज
से ही चलना शुरू कर दीजिये। कुछ ही दिनों में आपको चमत्कारिक सकारात्मक बदलाव जरुर
दिखेगा, जो आपको सफलता और ख़ुशी के उच्च शिखर पर ले जायेंगा।
1.
सकारात्मक
आदतों को बढ़ाये : सकारात्मकता
हमारे मानसिक रवैये पर निर्भर करती है, लेकिन इसी पर आपकी सफलता भी निर्भर करती
है। ये आपके दिमाग का वह क्षेत्र है जिसमे यदि सकारात्मकता हो तो आप किसी भी काम
में सफलता हासिल कर सकते हैं। सकारात्मक रवैया होने से आप कठिन से कठिन काम भी
आसानी से कर सकते हो। अच्छा महसूस करना बाहरी वातावरण पर निर्भर नही करता बल्कि
आपके आतंरिक विचारो पर निर्भर करता है। आपकी आदते ही आपके विचारो को व्यक्त करती
है। अपनी आदतों और अपने विचारो को लेकर हमेशा सावधान रहे। क्योकि आपके शब्द ही
आपकी आदत बनेंगे। यदि आपकी आदते सकारात्मक हो तो आप कठिन परिस्थितियों का सामना भी
मुस्कुराकर कर सकते हैं। सकारात्मक सोच आपके जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती
है, सकारात्मकता से ही आपके जीवन में शांति, सफलता, अच्छा स्वास्थ, ख़ुशी और बुद्धि
मिलती है। सकारात्मक आदतों से ही आका दैनिक जीवन विकसित होगा और आपके व्यक्तित्व
में चमत्कारिक बदलाव आयेंगा।
2.
हमेशा
दयालु रहे : प्यार और दया
प्राकृतिक है लेकिन हम में से हर एक के पास उपलब्द ये बेहतरीन गुण है। आपने हर
किसी को प्यार बाटते रहना चाहिये। प्यार भगवान् ने ही बनाया है। आपका प्यार लोगो
के रंग, रूप, जाट, लिंग, धर्म, नागरिकता और दूसरी बातो को देखकर नही होना चाहिये।
बल्कि आपका प्यार तो सभी के लिये एक जैसा होना चाहिये। इस राष्ट्र को ही नही बल्कि
पुरे ब्रह्माण्ड को प्यार करने की कोशिश करे। अपने आप को करुणामय बनाने की कोशिश
करे। क्योकि आपका प्यार और आपकी करुणा ही आपके व्यक्तित्व को निखारने में सहायक
साबित होंगी।
3. इमानदार
रहे : बचपन में स्कूल के
दिनों से हमारे शिक्षक और हमारे माता-पिता हमें बताते आ रहे है कि, “इमानदारी ही
सबसे अच्छी प्रणाली है”। वे सभी सही है। सच में इमानदारी ही सबसे अच्छी नीति है।
लेकिन जैसे-जैसे हम बड़े हुए हमने देखा की लोग इमानदार कम और बेईमान ज्यादा होने की
चाह करते है। आज हम में से हर कोई छोटा-छोटा झूठ बोलता है और सच को छुपाता है। आप
कौन हैं और कैसे हैं इसे जानने का सबसे अच्छा तरीका आपकी इमानदारी ही है। जीवन में
चाहे कैसी भी परिस्थिती आये हमें हमेशा इमानदार रहना चाहिये। वे लोग जो आसानी से झूठ
बोलते है उनके जीवन में कभी अच्छी चीजे नही होती। झूठ बोलना, धोका देना, चोरी करना
इन सब से आपका व्यक्तित्व अच्छा होने की बजाये ख़राब होते चला जाता है। इमानदार
रहने के लिये सबसे पहले आपको अपनेआप को काबू में रखना होंगा। जो लोग आसानी से झूठ
बोलते है उनके लिये ये थोडा मुश्किल जरुर हो सकता है लेकिन लगातार कोशिश करते रहने
से वे भी कुछ समय बाद इमानदार बन सकते है। इमानदार रहने से आपमें भरोसा, प्यार और
करुणा तीनो का संचार होगा।
4.
कृतज्ञता
(धन्यवाद) की आदत को बढ़ाये : कृतज्ञता,
संभवता के दरवाजे की चाबी कहलाती है। इसका मतलब सिर्फ लोगो को धन्यवाद कहने से
नहीं है। अलग-अलग परिस्थितियों में आपको अलग-अलग तरीके से धन्यवाद कहना चाहिये।
क्योकि जब दुनिया देखती है की आपके पास जो कुछ भी है आपके उनके कृतज्ञ हो, तो वे
आपको और ज्यादा ख़ुशी देने की कोशिश करते है। यदि कोई आपकी सहायता करता है, तो
हमेशा उसे धन्यवाद करते रहे। यदि किसी ने आपके लिये कुछ अच्छा किया हो, तो अपनी
ख़ुशी को उस इंसान के साथ बाटिये और उसे धन्यवाद का पत्र भेजे। रोज़ अपना काम करते
समय समय-समय पर लोगो का शुक्रियादा करते रहे। कभी-कभी आपका परिस्थिती पर तो
नियंत्रण नही होता लेकिन आप अपने आप पर नियंत्रण जरुर रख सकते हो। हमेशा लोगो का
धन्यवाद करने का वादा करे। हमेशा लोगो का शुक्रियादा करने का मौका ढूंडते रहे।
मेरा ऐसा मानना है की सुबह उठते ही पहला विचार आपके मन में कृतज्ञता का ही आना
चाहिये, और इसके साथ ही रात को सोने से पहले भी अंतिम विचार भी आपके मन में
कृतज्ञता का ही आना चाहिये।
इस
विषय पर नीचे कुछ अनमोल विचार दिये है :
1) नाम
में क्या रखा है? जिसे हम गुलाब कहते है उसे हम दुसरे नाम से जिसकी सुगंध मधुर हो
भी कह सकते है। –William Shakespeare
2) इंसान
के विचारो की दिशा उसके व्यक्तित्व के समान होती है। उसका पूरा बाहरी जीवन उसके
दिमाग के आंतरिक विचार और गुणों पर निर्भर करता है। –Erich Sauer
3) निश्चित
रूप से यह दुर्लभता की दुनिया है। लेकिन दुर्लभता सिर्फ लोहे के अयस्क और मौजूदा
जमीन तक ही सीमित नही है। बल्कि सबसे बड़ी दुर्लभता तो अपने चरित्र और व्यक्तित्व
को बनाने में है। –William R Allen
4) खुद
को दूसरो को बेचने का सबसे अच्छा रास्ता दूसरो को खुद को बेचना है। खुद के बेचने
से पहले अपने चरित्र, अपने गुणों और अपनी योग्यताओ के बारे में जरुर सोचे। –Unknown
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Thanks।
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Thanks Nisheeth Ji For publish this article..... Thanku very much.......
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर लेख शेयर करने के लिए धन्यवाद
जवाब देंहटाएंधन्यवाद अति सुन्दर लेख
जवाब देंहटाएंThanks for sharing such beautiful information with us. I hope you will share some more info about कैसे हासिल करें चुम्बकीय व्यक्तित्व-लोगों को आकर्षित करेने वाली 4 बाते|. Please keep sharing!
जवाब देंहटाएंTop News In Hindi | World, National, Entertainment and Sports News
बड़े काम की टिप्स दी आपने, आभार।
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